ITR e-verification kaise kare

ITR फाइल करने के बाद ई-वेरिफिकेशन ITR e-verification kaise kare 2025 में जानिए पूरी प्रक्रिया और फायदे

आयकर रिटर्न (ITR) फाइल करना हर करदाता की ज़िम्मेदारी होती है, लेकिन केवल फॉर्म भर देना ही प्रक्रिया का अंत नहीं है। दरअसल, ITR फाइलिंग तभी पूरी मानी जाती है जब आप उसे सत्यापित (Verify) ITR e-verification kaise kare भी कर देते हैं। यदि आपने ITR वेरिफाई नहीं किया, तो उसे अधूरा समझा जाएगा और आपकी मेहनत व्यर्थ हो सकती है।


ITR वेरिफिकेशन क्या होता है?

ITR वेरिफिकेशन उस प्रक्रिया को कहा जाता है जिसमें आप आयकर विभाग को यह संकेत देते हैं कि आपने जो रिटर्न फाइल किया है, वह सही है और आप उसे आधिकारिक रूप से स्वीकार कर रहे हैं। इसके दो तरीके होते हैं:

  1. ऑनलाइन (E-Verification)
  2. ऑफलाइन (ITR-V भेजना)

📆 ITR वेरिफिकेशन की अंतिम तिथि 2025 में क्या है?

CBDT (Central Board of Direct Taxes) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 (आकलन वर्ष 2025-26) के लिए ITR दाखिल करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई 2025 से बढ़ाकर 15 सितंबर 2025 कर दी है। यह छूट उन व्यक्तियों और HUF (Hindu Undivided Family) पर लागू होती है जिनके लिए ऑडिट अनिवार्य नहीं है।


🖥️ ई-वेरिफिकेशन कैसे करें? जानिए 6 आसान तरीके

1. आधार OTP के माध्यम से

आपका मोबाइल नंबर यदि आधार से लिंक है तो OTP प्राप्त कर आप उसे दर्ज कर सकते हैं और वेरिफिकेशन तुरंत पूरा हो जाएगा।

2. नेट बैंकिंग के जरिए

आप अपने बैंक के नेट बैंकिंग पोर्टल से लॉग इन करें, e-Filing पोर्टल से लिंक करें और ITR वेरिफाई करें।

3. प्री-वैलिडेटेड बैंक खाते से EVC जेनरेट करें

यदि आपने पहले से ही बैंक खाता वैरिफाई किया हुआ है, तो उसी से EVC (Electronic Verification Code) बनाकर ITR सत्यापित कर सकते हैं।

4. डीमैट अकाउंट के जरिए

आपके वैरिफाइड डीमैट अकाउंट से भी EVC जेनरेट किया जा सकता है।

5. ATM (ऑफलाइन माध्यम)

कुछ बैंक ATM मशीन से EVC जेनरेट करने की सुविधा देते हैं। हालांकि यह सभी के लिए उपलब्ध नहीं होती।

6. डिजिटल सिग्नेचर सर्टिफिकेट (DSC)

कॉर्पोरेट या पेशेवर टैक्स फाइलर्स डिजिटल सिग्नेचर से भी सत्यापन कर सकते हैं।


📧 ई-वेरिफिकेशन सफल हुआ या नहीं, कैसे जानें?

  • सफल वेरिफिकेशन पर स्क्रीन पर सक्सेस मैसेज और ट्रांजैक्शन आईडी दिखाई देती है।
  • आपका रजिस्टर्ड ईमेल और मोबाइल नंबर पर एक कन्फर्मेशन मैसेज भी प्राप्त होता है।
  • अगर आप प्रतिनिधि हैं तो दोनों पक्षों को जानकारी भेजी जाती है।

🖨️ ऑफलाइन वेरिफिकेशन कैसे करें?

यदि आप ई-वेरिफिकेशन नहीं करना चाहते, तो आप ITR-V फॉर्म का प्रिंट निकालकर साइन करें और उसे साधारण डाक द्वारा CPC, Bengaluru के पते पर भेज दें। इसे 120 दिनों के अंदर भेजना अनिवार्य है।


⚠️ समय पर वेरिफिकेशन नहीं किया तो क्या होगा?

  • आपकी ITR फाइल नहीं मानी जाएगी।
  • आपको आयकर अधिनियम, 1961 के तहत पेनल्टी का सामना करना पड़ सकता है।
  • आप Condonation Request भेज सकते हैं, जिसमें देरी का कारण बताना होता है।
  • लेकिन रिटर्न तभी वैध मानी जाएगी जब विभाग आपकी रिक्वेस्ट को मंजूरी देगा।

💡 E-Verification के मुख्य लाभ

  • फिजिकल ITR-V भेजने की जरूरत नहीं होती।
  • तुरंत वेरिफिकेशन होने से प्रोसेस फास्ट हो जाता है।
  • विकल्पों की भरमार: Aadhaar OTP, Net Banking, Bank/Demat EVC आदि।
  • प्रक्रिया पूरी तरह से पेपरलेस, तेज और सुरक्षित होती है।

🔍 निष्कर्ष: देरी न करें, ITR को समय पर वेरिफाई करें

2025 में ITR वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पहले से कहीं ज्यादा सरल, ऑनलाइन और सुविधाजनक हो गई है। ITR फाइल करने के बाद उसे वेरिफाई करना उतना ही जरूरी है जितना कि उसे भरना। इससे आप न केवल सरकारी नियमों का पालन करते हैं बल्कि संभावित जुर्माने और कानूनी कार्रवाई से भी बचते हैं।

तो देर किस बात की?
अगर आपने अपना ITR दाखिल कर दिया है तो आज ही उसे वेरिफाई करें — किसी भी उपयुक्त माध्यम से — और सुनिश्चित करें कि आपकी फाइलिंग वैध है।

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