charges to check before taking a loan

लोन लेने से पहले ये 5 चार्जेस जरूर चेक करें (Processing Fee, GST, Penalty)

लोन लेने से पहले ये 5 चार्जेस जरूर चेक करें (Processing Fee, GST, Penalty)

✦ प्रस्तावना:

जब भी आप किसी प्रकार का लोन (Personal Loan, Home Loan, Car Loan, etc.) लेने का विचार करते हैं, तो loan charges before applying processing fee gst penalty आपके मन में सबसे पहले ब्याज दर (Interest Rate) और EMI की चिंता होती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि लोन लेने में केवल ब्याज दर ही नहीं बल्कि 5 अन्य महत्वपूर्ण चार्जेस भी होते हैं, जो आपकी जेब पर सीधा असर डालते हैं?

इस लेख में हम बताएंगे कि लोन लेने से पहले किन चार्जेस को ध्यान में रखना जरूरी है – जैसे कि Processing Fee, GST, Prepayment Penalty, Late Payment Charges, और Bounce Charges. यह जानकारी आपको स्मार्ट निर्णय लेने में मदद करेगी और आप छिपे हुए खर्चों से बच सकेंगे ,


🔹 1. प्रोसेसिंग फीस (Processing Fee):

क्या है प्रोसेसिंग फीस?

प्रोसेसिंग फीस वह शुल्क है जो बैंक या NBFC आपके लोन application को प्रोसेस करने के लिए जाते हैं। यह शुल्क लिए हुए लोन राशि का एक निश्चित प्रतिशत होता है।जो आपको लोन चुकाने वक्त आपको देना पड़ता है .

कितनी होती है?

आमतौर पर यह चार्जेज 1% से 3% के बीच में होती है। कुछ बैंक काम से काम ₹999 से ₹1500 चार्ज करते हैं।जो आपको हर हल में बैंक को या जहा से अपने लोन लिए है उसे देने पद सकते है .

उदाहरण से समजे :

अगर आपने ₹5 लाख का पर्सनल लोन लिया है और प्रोसेसिंग फीस 2% है, तो ₹10,000 तक चार्ज हो सकता है। यानि की आपको १० हजार रुपये प्रोसेसिंग फ्री के टूर पर देना पद सकता है . इसीको एक्स्ट्रा charges कहा जाते है .

क्यों जरूरी है ध्यान देना?

कई यैसे बैंक होए है जो आपको लोन लेने जाते है तो आपको शुरुवाती में कम फी र दिखाकर प्रोसेसिंग स बढ़ा दी जाती है। इसलिए कुल खर्च (Effective Rate) समझना जरूरी है। बैंक से पूचना जरुरी है की कितना प्रोसेसिंग फी देना पड़ेगा .


🔹 2. जीएसटी (GST on Loan Charges):

क्या है जीएसटी लोन पर?

GST यह एक सरकार की तरफ से दिया गया टैक्स है हम सभी को हर प्रोडक्ट हो या सर्विस हम एडना पड़ता है . एक इंडायरेक्ट टैक्स है जो प्रोसेसिंग फीस, बैंक चार्जेस, और अन्य सेवाओं पर लगाया जाता है।

कितना जीएसटी लगता है?

2025 में, फाइनेंशियल सर्विसेस पर 18% GST लगता है। जो की ओने time होता है जब भी आप नया लोन लेने की सोचोगे तभी आपको यह charges देने पड़ सकते है .

उदाहरण से समजे :

अगर आपकी प्रोसेसिंग फीस ₹10,000 है, तो उस पर ₹1,800 GST और लगेगा। कुल ₹11,800 भुगतान होगा।

ध्यान दें:

GST ब्याज पर नहीं लगता, लेकिन सभी सर्विस चार्जेस पर जरूर लगता है।


🔹 3. लेट पेमेंट चार्ज (Late Payment Penalty):

क्या होता है लेट पेमेंट चार्ज?

अगर आप अपनी EMI तय तारीख पर नहीं भरते, तो बैंक या NBFC आपसे पेनल्टी वसूलते हैं।

कितना चार्ज होता है?

  • कुछ बैंक ₹500 से ₹1000 तक चार्ज करते हैं।
  • कुछ % के हिसाब से 2% से 3% तक प्रति माह लेते हैं।

असर:

लेट पेमेंट से क्रेडिट स्कोर पर भी असर पड़ता है।

सुझाव:

EMI के लिए ऑटो-डेडक्शन सेट करें या समय पर भुगतान सुनिश्चित करें।


🔹 4. प्रीपेमेंट / फोरक्लोजर चार्ज (Prepayment & Foreclosure Charges):

क्या होता है?

अगर आप तय समय से पहले ही लोन की पूरी राशि चुका देते हैं, तो कुछ बैंक उस पर अतिरिक्त चार्ज लगाते हैं।

क्यों चार्ज लिया जाता है?

बैंक का प्लान होता है कि आप लंबे समय तक ब्याज भरें, लेकिन समय से पहले लोन क्लोज करने पर उन्हें ब्याज कम मिलता है।

कितना होता है?

  • कुछ संस्थान 2% से 5% तक का चार्ज लेते हैं।
  • कुछ बैंकों में 12 महीने बाद फोरक्लोजर फ्री होता है।

कब लगते हैं?

  • फिक्स्ड रेट लोन पर अधिकतर लगता है
  • फ्लोटिंग रेट लोन पर RBI के निर्देश अनुसार चार्ज नहीं लिया जा सकता

🔹 5. EMI बाउंस चार्ज / चेक बाउंस चार्ज:

क्या होता है?

अगर आपकी बैंक में EMI कटने के समय पर्याप्त बैलेंस नहीं है, तो EMI बाउंस मानी जाती है।

चार्ज कितना होता है?

  • ₹300 से ₹1000 प्रति बाउंस
  • साथ ही बैंक द्वारा NSF (Non-Sufficient Fund) चार्ज भी लग सकता है

नुकसान:

  • अतिरिक्त जुर्माना
  • क्रेडिट स्कोर प्रभावित
  • लोन अकाउंट डिफॉल्ट स्टेटस में जा सकता है

🔍 अन्य Hidden Charges जिनका ध्यान रखना जरूरी है:

चार्ज का नामविवरण
Documentation Fee₹500 – ₹1500 तक हो सकता है
Legal / Valuation FeeLAP या Home Loan में लगता है
Stamp Dutyराज्य के अनुसार अलग-अलग होता है
Insurance Premiumकुछ बैंकों में अनिवार्य होता है

💡 कैसे करें इन चार्जेस से बचाव?

  1. प्रोसेसिंग फीस की तुलना करें: हर बैंक की फीस अलग होती है, तुलना जरूर करें।
  2. ब्याज दर के साथ अन्य चार्जेस को जोड़कर Effective Interest Rate निकालें।
  3. बैंक से लिखित में चार्जेस की पूरी डिटेल मांगे।
  4. ऑफर और छूट के लिए पूछें: कई बार ऑफर्स में प्रोसेसिंग फीस माफ हो जाती है।
  5. प्रीपेमेंट नियम पहले ही समझें: बाद में विवाद से बचें।

📝 2025 में लोन चार्जेस पर नया ट्रेंड

  • डिजिटल लोन ऐप्स प्रोसेसिंग फीस कम रख रहे हैं लेकिन पेनल्टी चार्ज बढ़ा रहे हैं।
  • ब्याज कम लेकिन Hidden Charges ज्यादा – यह नई चाल बन चुकी है।
  • Instant Loan Apps में EMI बाउंस चार्ज ₹1500 तक भी हो सकता है।
  • कुछ NBFC “Zero Foreclosure Fee” का प्रचार करते हैं – जरूर पुष्टि करें।

📌 निष्कर्ष (Conclusion):

लोन लेना एक जिम्मेदारी भरा वित्तीय निर्णय है। जहां ब्याज दर पर फोकस करना जरूरी है, वहीं Processing Fee, GST, Late Payment Charges, Prepayment Penalty, और Bounce Charges जैसे Hidden खर्चों पर भी ध्यान देना अनिवार्य है।

इन चार्जेस को पहले से जानकर आप न सिर्फ लोन सस्ता बना सकते हैं बल्कि भविष्य की आर्थिक परेशानियों से भी बच सकते हैं।


🙋‍♀️ FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल):

Q1. क्या प्रोसेसिंग फीस रिफंड होती है?
नहीं, एक बार ली गई प्रोसेसिंग फीस रिफंड नहीं होती, भले ही लोन अप्रूव न हो।

Q2. क्या सभी लोन पर GST लगता है?
हां, लोन से जुड़ी सेवाओं (Processing, Prepayment आदि) पर 18% GST लगता है।

Q3. क्या फोरक्लोजर चार्ज सभी लोन पर लगता है?
फ्लोटिंग रेट लोन पर RBI के अनुसार नहीं लगता, लेकिन फिक्स्ड रेट पर लग सकता है।

Q4. EMI चूकने से क्या क्रेडिट स्कोर खराब होता है?
हां, हर EMI मिस से CIBIL स्कोर पर असर पड़ता है।

Q5. क्या ऑनलाइन NBFC से लोन सस्ता पड़ता है?
कुछ मामलों में हां, लेकिन Hidden Charges जरूर चेक करें।

1 thought on “लोन लेने से पहले ये 5 चार्जेस जरूर चेक करें (Processing Fee, GST, Penalty)”

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